श्री राम चंद्र कृपालु लिरिक्स | Shri Ramachandra Kripalu Lyrics

श्री राम चंद्र कृपालु Lyrics is a latest released Hindi song from the movie Album, sung by Suresh Wadkar and its music is composed by PT. JWALA PRASAD and the song is written by Traditional, released by T-Series Bhakti Sagar featuring Suresh Wadkar directed by Album. This song is released on 03/25/2018 and streaming platforms are Gaana, Itunes, Amazon, Wynk, Jiosavan.

श्री राम चंद्र कृपालु Lyrics Details: –

श्री राम चंद्र कृपालु लिरिक्स

Song: श्री राम चंद्र कृपालु

Duration: 6:06

Singer: Suresh Wadkar

Music: PT. JWALA PRASAD

Lyrics: Traditional

Starring: Suresh Wadkar

Album: Album

Company: T-Series Bhakti Sagar

श्री राम चंद्र कृपालु Lyrics In English

॥ Doha ॥

Shri Ramachandra Kripalu Bhajuman 🙏
Harana Bhavabhaya Daarunam ।
Navakanja Lochana Kanja Mukhakara 🛐
Kanja Pada Kanjaarunam ॥1॥

Kandarpa Aganita Amita Chhav Nava 😟
Neela Neerara Sundaram ।
Patapita Maanahum Tadita Ruchi Shuchi 💗
Navmi Janaka Sutaavaram ॥2॥

Bhaju Deena Bandhu Dinesh Daanav 🙏
Daityavansha Nikandanam
Raghunanda Aananda Kanda Kaushala 🛐
Chanda Dasharatha Nandanam ॥3॥

Sira Mukuta Kundala Tilaka Chaaru 😟
Udaaru Anga Vibhooshanam ।
Aajaanu Bhuja Shara Chaapadhara 💗
Sangraama-jita-khara Dooshanam ॥4॥

Iti Vadati Tulsidas Shankar 🙏
Shesha Muni Manaranjanam ।
Mama Hridayakanja Nivaas Kuru 🛐
Kaamaadi Khaladal Ganjanam ॥5॥

Manu Jaahin Raacheu Milihi so Baru 😟
Sahaja Sundara Saanvaro ।
Karuna Nidhaan Sujaan Seelu 💗
Sanehu Jaanat Raavaro ॥6॥

Ehi Bhaanti Gauri Asees Suni Siya 🙏
Sahita Hiyan Harashi Ali ।
Tulsi Bhavaanihi Pooji Puni Puni 🛐
Mudit Man Mandir Chalee ॥7॥

॥ Sortha ॥

Jaani Gauri Anukool 😟
Siya Hiya Harashu Na Jaye Kaheen ।
Manjula Mangala Moola 💗
Bam Anga Pharkana Lage ॥

Shri Ram Chandra Kripalu Bhajman Lyrics

श्री राम चंद्र कृपालु लिरिक्स हिन्दी मे

श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भाव भय दारुणम् 🙏
नवकंज लोचन, कंज मुख, कर कंज, पद कन्जारुणम ॥1॥

कंदर्प अगणित अमित छवी नव नील नीरज सुन्दरम 🛐
पट पीत मानहु तड़ित रुचि शुचि नौमी जनक सुतावरम् ॥2॥

भजु दीनबंधु दिनेश दानव दैत्य वंश निकंदनम् 😟
रघुनंद आनंदकंद कौशलचंद दशरथ नन्दनम ॥3॥

सिर मुकुट कुण्डल तिलक चारू उदारु अंग विभुषणं 🙏
आजानु भुज शर चाप धर संग्राम जित खर-धुषणं ॥4॥

इति वदति तुलसीदास शंकर-शेष-मुनि-मन-रंजनम् 🛐
मम् हृदय कुंज निवास कुरु कामादी खल दल गंजनम् ॥5॥

छंद :

मनु जाहिं राचेऊ मिलिहि सो बरु सहज सुंदर सांवरों 😟
करुना निधान सुजान सिलु सनेहु जानत रावरो ॥6॥

एही भांती गौरी असीस सुनि सिय सहित हिय हरषी अली
तुलसी भवानी पूजि पूनि पूनि मुदित मन मंदिर चली ॥7॥

॥सोरठा॥

जानि गौरी अनुकूल सिय हिय हरषु न जाइ कहि 🙏
मंजुल मंगल मूल बाम अंग फरकन लगे ॥

 

श्री राम चंद्र कृपालु लिरिक्स का पाठ कब किया जाता है?

भगवान श्री राम के भक्त जन या बहुत से लोग श्री राम चंद्र कृपालु लिरिक्स को मंदिरों मे या अपने घरों मे पूजा करते समय इस स्तुति को गाकर भगवान राम की आरती करते है। श्री राम चंद्र कृपालु लिरिक्स गीत को समाज मे राम स्तुति के आम से भी जानते है। श्री राम चंद्र कृपालु लिरिक्स स्तुति का रोज सुबह पूजा करते समय और संध्या कल मे भगवान की आरती करते समय गया जाता है।  विसेश रूप से  सुंदरकांड, रामचारितमानस कथा, श्री हनुमान जन्मोत्सव, रामनवमी, और अखंड रामायण के पाठ मे प्रमुख रूप से इसका गायन किया जाता है।

 

 

श्री राम चंद्र कृपालु Video